करोड़ों युवाओं के सपने ऐसा कुचला गया,
गुजरात का नाम फिर क्यों
नीट को लेकर जिस तरह की खबर आ रही है वह परेशान करने वाली है
कांग्रेस ने हमला तेज़ किया
लोकसभा में भी गूंजेगा मामला
धर्मेंद्र प्रधान का आनन फ़ानन में एनटीए को क्लीन चिट देना क्या घपले की चुग़ली नहीं कर रहा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नीट-यूजी 2024 में अपनी गलती आखिरकार मान ली है। 1,563 परीक्षार्थियों को दिए ग्रेस मार्क (कृपांक) को सही ठहराने वाली एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में कबूला कि
यह फैसला निरस्त कर दिया है। इसके साथ, उसने 1,563 परीक्षार्थियों के कृपांक रद्द कर दिए। इन्हें बिना कृपांक के वास्तविक नंबर दिए जाएंगे। एनटीए ने शीर्ष कोर्ट को बताया कि परीक्षार्थियों को दो विकल्प दिए गए हैं।
कई शहरों में प्रदर्शन, सात हाईकोर्ट में भी केस दर्ज नीट में अनियमितता व कदाचार के आरोपों में उत्तर प्रदेश, बंगाल व महाराष्ट्र के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। सात हाईकोर्ट में भी केस दर्ज हुए हैं। अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर 10 जून को दिल्ली में छात्र प्रदर्शन कर चुके हैं।
पहला, उनके लिए फिर परीक्षा कराई जाएगी, जो 23 जून को होगी और 30 जून को नतीजा आएगा। दूसरा विकल्प यह है कि जो अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा नहीं देना चाहते, उनकी काउंसलिंग व दाखिले पांच मई की परीक्षा में प्राप्तांक
(बिना कृपांक) के आधार पर ही होंगे। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ ने एनटीए के फैसले को उचित करार दिया।
NEET परीक्षा मुद्दे पर सरकार पर अपना हमला तेज करते हुए, कांग्रेस ने शुक्रवार को इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की 'चुप्पी' पर सवाल उठाया और कहा कि केवल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी वाली फोरेंसिक जांच ही लाखों युवा छात्रों के भविष्य की रक्षा कर सकती है. शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने दावा किया कि मोदी सरकार ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के माध्यम से 'NEET घोटाले को कवर करना' शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश से जुड़ी परीक्षा 'नीट-स्नातक' में कथित धांधली को लेकर शुक्रवार को इसे व्यापम 2.0’ करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर मूकदर्शक बने नहीं रह सकते. मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि इस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में फोरेंसिक जांच होनी चाहिए.
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