मोदी का काम - संघ का नाम
पिछले दो दिनों से, यानी हरियाणा चुनाव के परिणाम के बाद से ही अचानक, हरियाणा की जीत को लेकर उठते सवालों के बीच यह खबर बड़े मीडिया घरानों की तरफ से उछाली जा रही है कि हरियाणा में संघ ने बाजी पलट दी।
कल तक हर जीत का श्रेय मोदी को देने वाली मीडिया का इस सूर के मायने क्या है । जबकि संघ प्रमुख मोहन भागवत बग़ावती सूर में थे।
कल तक यानी चुनाव परिणाम के एक दिन पहले तक संघ प्रमुख मोहन भागवत की नाराजगी की खबरें अचानक गायब कर मोदी के समर्थन में स्वयं सेवकों को हरियाणा में कूदा देने का मतलब जानने की कोशिश होगी ही चाहिए ?
संघ को श्रेय देने की वजह के बाद जो सवाल उठ रहे है उनमें से
पहला सवाल - क्या संघ को श्रेय देकर ईवीएम की कथित गड़बड़ी के मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है ताकि मोदी सत्ता पर ईवीएम को लेकर लगने वाले आरोप को कमतर किया जा सके।
दूसरा सवाल - हरियाणा की जीत से ताकतवर बने मोदी को भाजपा अध्यक्ष बनाने में मनमानी से रोका जा सके ?
ये दोनों सवाल का जवाब आप सोचें और तय करें कि आख़िर हर चुनाव के पहले नाराजगी का शिगुफा और जीत पर पीठ थपथपाने के खेल के बीच ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों का इस खबर से कितना संबंध है कि संघ के सोलह हज़ार स्वयंसेवकों ने बाजी पलट दी।
हम शीघ्र ही आपको इस सवाल का जवाब देंगे…