मंत्रालय में हावी हुआ
भाई साहब… संस्कृति
सत्रा बदलते ही मंत्रालय में क्या-क्या बदला कहना मुश्किल है क्योंकि मंत्रालय तो अफ़सर ही चलाते है लेकिन जिस बात से अफ़सर सबसे ज्यादा हैरान है वह है , मंत्रालय में तेजी से पनप रहे भाई साहब संस्कृति का ।
एक अफसर ने बड़े दुखी मन से बताया कि सत्ता बदलते ही मंत्रालय आने वाले नेताओं की वेशभूषा बदल गई है, नये-नये और ऐसे-ऐसे चेहरे दिखाई देने लगे है जो चेहरे से ही धंधे बाज लगते हैं, और इनके रौब के आगे मंत्रियों का रौब भी फीका पड़ जाये।
ऐसे लोग सीधे सचिवों के पास पहुंचते है और काम सौंपते हुए कहते हैं कि भाई साहब से बात हो गई है।
अब अफसर पूछ भी नहीं पा रहे हैं कि ये भाई साहब कौन है, क्योंकि भाजपा में तो हर नेता, दूसरे नेता के लिए भाई साहब है, मुख्यमंत्री भी भाई साहब है तो प्रदेश अध्यत भी, गृह मंत्री भी भाई साहब है तो उपमुख्यमंत्री भी भाई साहब है।
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