पैसों के दम पर अय्याशी का दिखावा…
यह सच है कि अय्याशी पैसों के दम पर ही की जाती है लेकिन दिखावा कौन करता है?
बेशक अंबानी के पास पैसों की कमी नहीं है, वह दुनिया के तमाम दौलतमंद लोगों में शुमार भी है। लेकिन छोटे अंबानी की शादी जिस तरह से हो रही है, वह एक तरह से मज़ाक़ बन कर रह गया है।
हम इन सवालो में नहीं जा रहे है जिसमें लोग कह रहे हैं कि विजय माल्या कितना भी बुरा आदमी रहा हो लेकिन उसने अपने बच्चों की शादी के लिए किंगफिशर बियर की कीमत कभी नहीं बढ़ाई, न ही छोटे अंबानी की शादी के लिए जियों के टैरिफ़ में बढ़ोतरी के सवाल उठा रहे हैं।
सवाल यह भी नहीं है कि कोई अपने बच्चों की शादी के लिए साल भर फंक्शन करे।
सवाल यह भी नहीं है कि साल भर चलने वाले इस विवाह कार्यक्रम में दुनिया भर के महँगे से मंहगे कलाकारों को बुलाया गया।
सवाल तो यही है कि पैसों के दम पर साल भर से चल रही इस अय्याशी का दिखावा क्यों?
आपने इस दौर में हर सवाल पर चुप्पी ओढ़ी है, महगाई बेरोज़गारी, किसान आंदोलन, पीएम केयर फंड, इलेक्ट्रोल बांड, सार्वजनिक क्षेत्र की कपनियों का निजीकरण, सत्ता की तानाशाही, वाशिग मशीन से लेकर कापेरिट को करोड़ों रुपये की माफ़ी, सब पर चुप्पी ओढ़ी है जिसका शायद परिणाम है पैसों के दम पर अय्याशी का दिखावा…?
💯✅✅
जवाब देंहटाएं