सीजीपीएससी घोटाला
सीजीपीएससी घोटाला- आरोपियों से साँठ-गाँठ…
छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के दौरान हुए सीजीपीएससी घोटाले को लेकर अब वित्र मंत्री ओपी चौधरी की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं। वहीं इस मामले को सीबीदाई को सौंप तो दिया गया है लेकिन अभी तक सीबीआई के जांच शुरू नहीं करने को लेकर कई तरह के सवाल भी उठने लगे हैं।
सूत्रों की माने तो इस घोटाले में जिस तरह के नाम सामने आये हैं उन्हें बचाने की कोशिश अब उच्च स्तर पर भी होने लगी है और कहा जाता है कि सीबीआई को केन्द्र सरकार की हरीझंडी का इंतजार है लेकिन गृह मंत्री अमित शाह ने अभी तक हरिझंडी नहीं दी है तो उसकी वजह छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा किया गया खेल है। और अब चर्चा इस बात की भी बड़ी होने लगी है कि यहां के एक मंत्री ने ही अमित शाह से जांच को लेकर निवेदन किया है।
ज्ञात हो कि सीजीपीएससीघोटाले के मामले को न केवल भाजपा ने तूल दिया था बलि देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने भी विधानसमा चुनाव के दौरान घोटालेबाजों को सजा दिलाने की गारन्टी दी थी। यही नहीं सत्ता आने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्तमंत्री ने तत्परता भी दिखाई थी लेकिन कहा जाता है कि अब इसमें खेल हो गया है ।
इधर सूत्रों का कहना है कि सांठगांठ के आरोप से बचने मीडिया में झूठी खबर भी प्रकाशित कराई गई कि सीबीआई की टीम ने जांच शुरु कर दी है। जिसका पीएससी को खंडन करना पड़ा। इस खेल में कौन कौन शामिल है कहना मुश्किल है लेकिन कहा जा रहा है कि आरोपियों ने ज़बरदस्त साँठ गाँठ कर ली है।
क्या है घोटाले की कहानी…
परीक्षा का नोटिफिकेशन साल 2021 में जारी किया था. भर्ती के लिए कुल पद 171 थे। परीक्षा का प्री एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया ।
छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन (CGPSC). जिसका काम राज्य में विभिन्न विभागों में भर्तियां कराने का होता है. इसी में से एक भर्ती राज्य सरकार के प्रशासनिक पदों पर बैठने वालों के लिए आयोजित कराई जाती है. इसके तहत DSP, डिस्ट्रिक्ट एक्साइज ऑफिसर, ट्रांसपोर्ट सब-इंस्पेक्टर, एक्साइज सब-इंस्पेक्टर जैसे पदों के लिए भर्ती होती है. ऐसी ही एक भर्ती में 18 अभ्यर्थियों के सिलेक्शन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक CGPSC के चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, राजभवन सेक्रेटरी अमृत खलको समेत कई अधिकारियों के बेटे-बेटियों और करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर और DSP जैसे पदों पर नियुक्ति देने के आरोप लगे हैं. मामले को लेकर पूर्व बीजेपी नेता ननकी राम कंवर ने हाई कोर्ट में याचिका भी दायर की है। परीक्षा का प्री एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. जिसमें कुल 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद आई मेंस एग्जाम की बारी. 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को मेंस परीक्षा कराई गई. जिसमें कुल 509 अभ्यर्थी पास हुए. इनको इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. जिसके बाद 11 मई 2023 को परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी हुआ. 170 अभ्यर्थियों का इसमें फाइनल सिलेक्शन हुआ.
छत्तीसगढ़ में सीजीपीएससी का मामला कोर्ट में है और 16 अक्टूबर को इसकी सुनवाई भी हुई है। जिसमें पीएससी ने हाई कोर्ट में जवाब भी पेश किया। वहीं, दूसरी ओर बीजेपी शुरू से लेकर अंत यानि अब चुनाव होने हैं इसे बड़ा मुद्दा बनाने से बिल्कुल भी पीछे नहीं हटी है।
पीएससी ने बीजेपी के आरोप को खारिज किया था
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में पीएससी ने जो जवाब पेश किया है उसमें आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया गया है। आरोप ख़ारिज करते हुए परीक्षा की प्रक्रिया का उल्लेख है। पीएससी ने बताया है कि कॉपी की जांच करने वाले को पता नहीं होता कि किसकी कॉपी है। साथ ही यह भी फिक्स नहीं है कि कौन सी कॉपी कहां जाएगी।
https://youtu.be/7zDegYnq3xQ?si=qJX_4EQju_r1V8pZ
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