राहुल ने बीजेपी के हिन्दुत्व की पोल खोल दी, हिन्दुवादी बौखलाए
राहुल गांधी के संसद में हिन्दुत्व को लेकर दिये बयान की प्रतिक्रिया थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ़ बीजेपी और हिन्दूवादी संगठन राहुल गांधी के बयानों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत उसे हुए उन्हें हिन्दू विरोधी बता रहे हैं तो हसरी तरफ अब कांग्रेस ने भी इस मामले में भाजपा और संघ के हिदुत्व पर सीधा हमला करना शुरू कर दिया है।
ज्ञात हो कि राहुत संसद में भाजपा के हिंदुत्व पर सीधा हमला करते हुए कहा था कि हर धर्म में दया को प्राथमिकता दी गई है लेकिन भाजपा चौबीसों घंटे डराने, नफ़रत फैलाने और हिंसा की वकालत करती है। न मोदी, न संघ और न ही बीजेपी हिन्दू समाज है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता बीरेश शुक्ला ने लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण पर कहा,राहुल गांधी अब फ्रंटफुट पर ही खेलेंगे।बीजेपी इस गलतफहमी में मत रहे कि विपक्ष अब पहले जैसी कमजोर है।उन्होंने कहा,ध्यान भटकाना बीजेपी का पुराना खेल रहा है।राहुल गांधी के भाषण को पूरा देश लाइव देखा है,टीवी पर जिसने देखा या जो वहां मौजूद थे, उनको साफ-साफ पता लगेगा कि राहुल गांधी का इशारा हिंदुत्ववादियों की तरफ़ था, हिंदुओं की तरफ नहीं।यह राहुल जी का संसद में हुआ भाषण है।आप उसको तोड़ मरोड़कर पेश नहीं कर सकते। ये आलू से सोना बनाने वाली स्पीच नहीं थी, जो बाहर दी गई थी।बीजेपी और उसके मंत्री इस स्पीच को आधा अधूरा ट्वीट कर रहे हैं तो वो राहुल गांधी के विशेषाधिकार का हनन कर रहे हैं।जिसे देश की जनता न अब बर्दास्त करेगी न ही बीजेपी के झांसे में आने वाली है।
कांग्रेस नेता बीरेश शुक्ला ने कहा,किसी ने मोदी की कार्यशैली के विरोध में ऐसा किया तो ये राहुल गांधी हैं। इससे पहले जिसने किया, वो अटल बिहारी वाजपेयी थे।जिन्होंने आंखों में आंखें डालकर मोदी जी को राजधर्म सिखाने की कोशिश की थी और आज फिर से एक बार देश देख रहा है।उन्होंने कहा,इससे पहले संभवत: ऐसा कभी नहीं देखा गया था कि कोई सांसद बोल रहा हो और इस दौरान देश का पीएम अपनी सीट से खड़ा होकर कुछ कहा हो।ऐसा भी कभी नहीं हुआ जब राहुल गांधी के भाषण के दौरान केंद्र सरकार के पाँच मंत्रियों को अपनी सीट से खड़े होकर विरोध दर्ज करने की जरूरत पड़ी हो।
कांग्रेस नेता बीरेश शुक्ला ने आगे कहा,राहुल गांधी के भाषण को जो देख रहे थे, वो समझ रहे थे कि राहुल क्या कह रहे थे। राहुल ने जब हिंदुओं की बात की तो उन्होंने बीजेपी की तरफ संकेत किया। लेकिन जो अख़बारों में सिर्फ़ बयान पढ़ेंगे, वो सोच सकते हैं कि हर हिंदू को राहुल कह रहे हैं। पर टीवी पर जिसने देखा या जो वहां मौजूद थे, उनको साफ-साफ पता लगेगा कि राहुल गांधी का इशारा हिंदू धर्म के ख़िलाफ नहीं है, वो हिंदू धर्म के दुरुपयोग के ख़िलाफ हैं। राहुल गांधी ने संसद में शिवजी का शांत स्वरूप दिखाया न कि हनुमान जी का ग़ुस्से वाला रूप।यह भी की राहुल गांधी जब लोकसभा में शिवजी की तस्वीर दिखा रहे थे, तो कैमरा उनसे दूर जाता दिखा। इस बारे में राहुल गांधी ने भी आपत्ति दर्ज की थी।बीरेश शुक्ला ने कहा,यह सब देश में शिव जी के जो भक्त हैं। जो ग़रीब हैं, उनके लिए शिवजी ज़्यादा मायने रखते हैं और इसका बीजेपी को माकूल जवाब मिलेगा।
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि चुनाव परिणाम से स्पष्ट हो गया है कि अब लोग मोदी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं, बढ़ती महंगाई , बेरोज़गारी और इलेक्ट्रोल बॉण्ड के ज़रिए लूट कर धर्म के नाम पर अब इस देश का युवा किसान और महिलाओ को बरगलाया जा सकता । उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में बीजेपी के हिंदुत्व की पोल खोल कर रख दी, और उनकी बातों को देश में सबसे ज़्यादा करोड़ों लोगों ने देखा और जाना है।
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