मंगलवार, 18 मई 2021

लापरवाही की हद पार तबाही और नरसंहार...(1)

 

पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने जब कहा कि केन्द्र सरकार से बेहद लापरवाही हुई है तो इस बात की गंभीरता को समझना होगा कि आखिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किस हद तक और कहां कहां लापरवाही की क्या इस देश में कोरोना की वजह से हुई तबाही और मौतों की जिम्मेदारी उनकी नहीं होनी चाहिए।

मोदी सत्ता की लापरवाही को आप गिनते-गिनते थक जाओगे? हालांकि इस सत्ता का प्राय: हर निर्णय आम लोगों की तकलीफों में ईजाफा करने वाला रहा है, तब मोहन भागवत का पहली बार मोदी सरकार पर निशाने को पानी का सिर से उपर चढ़ जाने के महावरे को चरितार्थ करता है वरना संघ तो ऐसे ही सत्ता चहती रही है। 

कोरोना काल में हुई बेहिसाब मौते, परिवार का परिवार तबाह होना, सैकड़ों बच्चों का अनाथ होना और लाखों लोगों का गरीब हो जाने की जिम्मेदारी मोदी सत्ता की इसलिए भी है क्योंकि इस आपदा को लेकर पूरी दुनिया ने पहले ही चेतावनी दे दी थी और यहां की प्रमुख विपक्षी पार्टी ने भी सरकार को लापरवाही न बरत इसे गंभीरता से लेने कहा था लेकिन बहुमत का दम्भ ने किसी की नहीं सुनी और हालात सबके सामने है।

कोरोना को लेकर डब्ल्यूएचओ सहित दुनिया के कई देशों ने दिसम्बर 2019 में पहली चेतावनी दी थी, लेकिन मोदी सरकार ने कुछ भी नहीं  किया। तब जनवरी के अंतिम दिनों में भारत में कोरोना का पहला मामला सामने आया और फरवरी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चेताया कि सत्ता अभी भी कुछ नहीं कर रही है शीघ्र निर्णय लिया जाना चाहिए। लेकिन बढ़ते केस के बावजूद मोदी सरकार खामोश रही और कोरोना से लडऩे की बजाय तत्कालीन अमरीका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को जीताने के अभियान के तहत गरीबी छुपाने दिवाल खड़ी करते हुए नमस्ते ट्रम्प का भीड़ भाड़ वाला आयोजन कर डाला। 

कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही थी, अब तो लोग मरने भी लगे थे कई जगह से हाहाकार मचने की खबरें आने लगी लेकिन मोदी सरकार ने कोरोना के खिलाफ तब तक कुछ नहीं किया जब तक मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार नहीं बनी। जिस तरह से सरकार बनते ही लॉकडाउन का निर्णय लिया गया उससे स्पष्ट है कि केवल सत्ता के लिए विलंब किया गया वरना गंभीरता को सरकार समझ रही थी नहीं तो अचानक लॉकडाउन का निर्णय नहीं लेती।

मोदी सरकार की लापरवाही यही नहीं रुकती है, सत्ता के मोह में अचानक लिये गए निर्णय से देशभर में राशन से लेकर दूसरी जरूरतों का  अभूतपूर्व संकट खड़ा हो गया, इसके बाद लॉकडाउन की तारीख बढ़ते ही देशभर में अफरातफरी मच गई, क्योंकि सरकार ने अब तक लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए कोई उपाय नहीं किया था, फंसे लोग ही नहीं अनिश्चितता की वजह से बड़ी संख्या में मजदूरों की घर वापसी शुरु हो गई।

मजदूरों की घर वापसी का मंजर बेहद खौफनाक, दर्दनाक था, कई किलोमीटर की दूरी तय करने परिवार के परिवार निकल पड़े, छोटे बच्चे,  महिलाएं कोई नहीं रुक रहा था और घर वापसी थी मौत का कहर बनकर टूटने लगा, रास्ते में, पटरियों में मौतों का मंजर भयावह था। इतने रुदन और वेदना के बाद कहीं मोदी सत्ता ने गरीबों के लिए मदद की घोषणा की लेकिन मध्यम वर्ग के लिए सरकार के पास कोई योजना न तब थी न अब है। (जारी)

बिग ब्रेकिंग: छत्तीसगढ में जुआ एक्ट में अब तक की सबसे बडी कार्यवाही 11 जुआडियों से नगद 41लाख 24 हजार



  • ➡️ ग्राम सम्हर थाना तेन्दूकोना नेचर बास्केट फाॅर्म हाउस में सजने वाले गुल जुआ फड में पुलिस का छापा।
  • ➡️ 11 जुआडियों से नगद 41,24,705/- (इक्तालीत लाख चैबीस हजार सात सौ पाच) रूपये नगद के साथ 5 लक्जरी वाहन व 12 नग मोबाईल जुमला कीमती 1,27,78,705/-(एक करोड़ सत्ताईस लाख अढातर हजार सात सौ पांच रुपये) रूपये जप्त
महासमुन्द
छत्तीसगढ सम्पूर्ण राज्य में व्याप्त कोरोना महामारी के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने जुआ/सट्टा, अवैध शराब, अवैध गांजा परिवहन आदि संदिग्ध गतिविधयों पर रोक लगाने एवं उनके विरूध्द कार्यवाही करने हेतु जिले के समस्त थाना/चैकी प्रभारियों तथा सायबर सेल महामुन्द की टीम को निर्देशित किया गया था। जिसके तहत् सायबर सेल महासमुन्द व थाना/चैकी क्षेत्रों में ऐसे गतिविधियों पर निगाहे रख रही थी कि इसी दौरान दिनांक 17.05.2021 को मुखबीर से सूचना मिली की थाना तेन्दूकोना क्षेत्र ग्राम सम्हर के नेचर बास्केट फाॅर्म हाउस में गुल नामक जुआ खेल रहे है, कि सूचना को गम्भीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक महासमुन्द, महोदय ने सायबर सेल महासमुन्द की टीम व थाना तेन्दूकोना पुलिस की टीम को पकडने हेतु निर्देशित किया। खिलाडी इतने शातिर थे कि पुलिस पार्टी की आने की सूचना देने के लिए आने-जाने वाले रास्तों पर वाचर लगाये थे और फाॅर्म हाउस से दूर अपनी वाहनों को लगाकर खडे किये थे। सायबर सेल महासमुन्द की टीम व थाना तेन्दूकोना पुलिस की टीम के लिए यह एक चुनौती थी सायबर सेल महासमुन्द पुलिस के द्वारा अलग-अलग टीम बनाकर बाईक व कार के माध्यम से फड तक पहुची और चारों ओर से घेराबंदी कर 11 जुआडियों को पकडा गया। जिसमें जुआडियान 01. टोनू उर्फ प्रशांत अग्रवाल पिता सूरज अग्रवाल उम्र 45 वर्ष सा. बागबाहरा महासमुन्द।  02. मनमीत गुरूदत्ता पिता बालसिंह गुरूदत्ता उम्र 41 वर्ष सा. गणेशपारा खरियार रोड ओडिसा। 03. मोहम्मद नवाब पिता मोहम्मद सुलेमान उम्र 38 वर्ष सा. हनुमान नगर कालीबाडी, रायपुर। 04. गणेश प्रसाद शुक्ला पिता देवी प्रसाद शुक्ला उम्र 62 वर्ष सा. देवेन्द्र नगर रायपुर। 05. सन्टी उर्फ हरपाल सिंह सलूजा पिता सुरजीत सिंह सलूजा उम्र 46 वर्ष सा. गुरूद्वारा पारा बागबाहरा महासमुन्द। 06. राकेश प्रसाद पिता जगन्नाथ प्रसाद उम्र 47 वर्ष सा. खुर्सीपार भिलाई, दुर्ग। 07. प्रदीप मोटवानी पिता सहजान मोटवानी उम्र 38 वर्ष सा. दीनदयाल काॅलोनी, भिलाई, दुर्ग। 08. देव कुम्हार पिता अवधराम कुम्हार उम्र 57 वर्ष सा. शितला मंदिर के पिछे पुरानी बस्ती, रायपुर। 09. सुनील कुमार पिता रमेश कुमार उम्र 42 वर्ष सा. गंजपारा, रायपुर। 10. सौरभ कुमार जैन पिता सुभाष कुमार जैन उम्र 30 वर्ष सा. दीनदयाल उपाध्याय नगर, गोल चैक रायपुर। 11. योगेन्द्र गण्डेचा पिता मनसुखलाल गण्डेचा उम्र 54 वर्ष सा. बागबाहरा, महासमुन्द के निवासी है। जुआडियान के पास से कुल नगदी रकम 4124705/- रूपये तथा 05 लक्जरी कार एवं 12 नग विभिन्न कंपनियों के मंहगे मोबाईल कुल जुमला कीमती लगभग 12778705/- रू एवं गुल पासा (डाईस), टाईल्स जप्त कर जुआ एक्ट के तहत् थाना तेन्दूकोना में कार्यवाही की गयी है। यह सम्पूर्ण कार्यवाही पुलिस अधीक्षक श्रीमान प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में अति0 पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेम्भुरकर साहू एवं अनु0अधिकारी(पु) बागबाहरा सुश्री लितेश सिंह के निर्देशन में सायबर सेल महासमुन्द प्रभारी उप निरीक्षक संजय सिंह राजपूत व थाना प्रभारी तेन्दूकोना हर्ष धुरंधर सउनि विजय मिश्रा, प्रआर श्रवण कुमार दास, प्रवीण शुक्ला, मिनेश ध्रुव, प्रेमलाल कर, भुनेश्वर टण्डन आर. रवि यादव, चम्पलेश ठाकुर, शुभम पाण्डेय, पीयूष शर्मा, दिनेश साहू, देव कोसरिया, शैलेन्द्र ठाकुर, संदीप भोई, ललित यादव, हेमन्त नायक, योगेन्द्र दुबे, विरेन्द्र नेताम, राजकुमार रात्रे, किशोर साहू, कमल जांगडे, त्रिलोक ठाकुर, रवि बरिहा, दुर्गा प्रसाद दीवान, लितक ठाकुर, इन्द्रजीत ठाकुर, मआर. मीरा यादव की टीम द्वारा किया गया।
नाम आरोपी:-
01. टोनू उर्फ प्रशांत अग्रवाल पिता सूरज अग्रवाल उम्र 45 वर्ष सा. बागबाहरा महासमुन्द।
02. मनमीत गुरूदत्ता पिता बलसिंह गुरूदत्ता उम्र 41 वर्ष सा. गणेशपारा खरियार रोड  ओडिसा।
03. मोहम्मद नवाब पिता मोहम्मद सुलेमान उम्र 38 वर्ष सा. हनुमान नगर कालीबाडी, रायपुर। 
04. गणेश प्रसाद शुक्ला पिता देवी प्रसाद शुक्ला उम्र 62 वर्ष सा. देवेन्द्र नगर रायपुर।
05. सन्टी उर्फ हरपाल सिंह सलूजा पिता सुरजीत सिंह सलूजा उम्र 46 वर्ष सा. गुरूद्वारा पारा  बागबाहरा महासमुन्द। 
06. राकेश प्रसाद पिता जगन्नाथ प्रसाद उम्र 47 वर्ष सा. खुर्सीपार भिलाई, दुर्ग।
07. प्रदीप मोटवानी पिता सहजान मोटवानी उम्र 38 वर्ष सा. दीनदयाल काॅलोनी, भिलाई, दुर्ग।
08. देव कुम्हार पिता अवधराम कुम्हार उम्र 57 वर्ष सा. शितला मंदिर के पिछे पुरानी बस्ती,  रायपुर।
09. साजीद मेमन पिता अब्दुल मेमन उम्र 38 वर्ष सा. रमन मंदिर वार्ड फाफाडीह रायपुर।
10. सौरभ कुमार जैन पिता सुभाष कुमार जैन उम्र 30 वर्ष सा. दीनदयाल उपाध्याय नगर,  गोल चैक रायपुर।
11. योगेन्द्र गण्डेचा पिता मनसुखलाल गण्डेचा उम्र 54 वर्ष सा. बागबाहरा, महासमुन्द

जप्त सामग्री:-
01. फड एवं पास से नगदी रकम 4124705/- रूपये।
02. एम.जी. हैक्टर कार क्रमांक CG 04 NB 9236 कीमति लगभग 15,00,000/- रूपये।
03. फाॅच्र्यूनर कार क्रमांक CG 07 T 4275 कीमति लगभग 25,00,000/- रूपये।
04. फाॅच्र्यूनर कार क्रमांक CG 04 ME 0470 कीमति लगभग 30,00,000/- रूपये।
05. मारूती ब्रेजा कार क्रमांक CG 04 LS 9994 कीमति लगभग 6,00,000/- रूपये।
06. महिन्द्रा KUV100 कार क्रमांक CG 13 Y 7508 कीमति लगभग 7,00,000/-रूपये।
07. 12 नग विभिन्न कंपनियों के मंहगे मोबाईल कीमति लगभग 3,54,000/- रूपये।