बुधवार, 2 जून 2010

उद्योगपति है भाता , अपराध से है नाता

एसईसीएल के सीएमडी एम.पी. दीक्षित रिश्वत लेते गिरफ्तार क्या हुए सारा संसार बताने वाले एक अखबार के मालिक की पोल खुलने लगी है। शराब के धंधे से अखबार के धंधे होते हुए लोहे के धंधे में आए इस अखबार मालिक का संबंध हीरा ग्र्ुप से बताया जा रहा है और यह खबर सच है तो अखबार जगत की यह सबसे अनोखी खबर होगी।
हालांकि अपराधियों के द्वारा अखबार के धंधे में पर्दापण नया नहीं है लेकिन अखबार के दबाव में खदानें से लेकर कीमती जमीनें डकारने की कहानियां आम चर्चा में आने लगी है जो पत्रकारिता के लिहाज से उचित नहीं माना जाता। छत्तीसगढ़ में ऐसी पत्रकारिता को कभी भी जगह नहीं मिली जो सरकारी विज्ञापन के लिए सरकार की गोद में जा बैठे हो या अपराध जगत से आकर अखबार निकाल रहे हो। लेकिन समय के साथ बदलाव जरूर आया है और ऐसे लोगों की घुसपैठ भी हुई है। रायपुर में ही ऐसे कुछ अखबार निकाले जा रहे हैं जिनके धंधे कुछ और हैं और इन धंधों को संरक्षण देने अखबार निकाले जा रहे हैं।
और अंत में...
संवाद में एक अधिकारी के पुत्र की शादी का खर्चा निकालने की कई तरह की चर्चा है। इन चर्चाओं में सबसे बड़ी चर्चा बगैर विज्ञापन के आधा दर्जन लोगों की संविदा नियुक्ति से हुई कमाई को लेकर है।