शुक्रवार, 14 जून 2024

क्यों डर गये संघ प्रमुख मोहन भागवत

 आख़िर मोहन भागवत की डर की असली वजह क्या है


जिस तरह से संघ प्रमुख अब सत्ता की आलोचना करते घूम रहे है उसकी वजह क्या है क्योंकि संघ बीजेपी को छोड़ ही नहीं सकता 

तब ऐसे में मोहन भागवत का कथन क्या संघ को कांग्रेसियों या दूसरे दलों के कोपभाजन से बचाना है

या कुछ और 


 मणिपुर (Manipur) के हालात पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के दिए बयान पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भागवत को इस बारे में प्रधानमंत्री को भी समझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भागवत द्वारा मणिपुर के बारे में मोदी को भी ज्ञान दिया जाना चाहिए क्योंकि राज्य में जातीय हिंसा की शुरुआत के बाद से अब तक प्रधानमंत्री ने वहां का दौरा नहीं किया है।

भागवत ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि मणिपुर पिछले एक साल से शांति की राह देख रहा है और इस संघर्षग्रस्त राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता से विचार किया जाना चाहिए। संघ प्रमुख के इस बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए दिग्विजय सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा,’मैं भागवत से अनुरोध करूंगा कि वह यह ज्ञान प्रधानमंत्री मोदी को भी दें। वह (मोदी) अब तक वहां (मणिपुर) गए नहीं हैं।’


देखिए एक रिपोर्ट…

https://youtu.be/3LeRVVe89dA?si=A8U9-56Osn_h1IXF


neet scam करोड़ों युवाओं का सपना कुचला गया

  करोड़ों युवाओं के सपने ऐसा कुचला गया, 

गुजरात का नाम फिर क्यों 





नीट को लेकर जिस तरह की खबर आ रही है वह परेशान करने वाली है

कांग्रेस ने हमला तेज़ किया

लोकसभा में भी गूंजेगा मामला

धर्मेंद्र प्रधान का आनन फ़ानन में एनटीए को क्लीन चिट देना क्या घपले की चुग़ली नहीं कर रहा 

नेशनल  टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नीट-यूजी 2024 में अपनी गलती आखिरकार मान ली है। 1,563 परीक्षार्थियों को दिए ग्रेस मार्क (कृपांक) को सही ठहराने वाली एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में कबूला कि


यह फैसला निरस्त कर दिया है। इसके साथ, उसने 1,563 परीक्षार्थियों के कृपांक रद्द कर दिए। इन्हें बिना कृपांक के वास्तविक नंबर दिए जाएंगे। एनटीए ने शीर्ष कोर्ट को बताया कि परीक्षार्थियों को दो विकल्प दिए गए हैं।


कई शहरों में प्रदर्शन, सात हाईकोर्ट में भी केस दर्ज नीट में अनियमितता व कदाचार के आरोपों में उत्तर प्रदेश, बंगाल व महाराष्ट्र के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। सात हाईकोर्ट में भी केस दर्ज हुए हैं। अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर 10 जून को दिल्ली में छात्र प्रदर्शन कर चुके हैं।


पहला, उनके लिए फिर परीक्षा कराई जाएगी, जो 23 जून को होगी और 30 जून को नतीजा आएगा। दूसरा विकल्प यह है कि जो अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा नहीं देना चाहते, उनकी काउंसलिंग व दाखिले पांच मई की परीक्षा में प्राप्तांक


(बिना कृपांक) के आधार पर ही होंगे। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ ने एनटीए के फैसले को उचित करार दिया।


NEET परीक्षा मुद्दे पर सरकार पर अपना हमला तेज करते हुए, कांग्रेस ने शुक्रवार को इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की 'चुप्पी' पर सवाल उठाया और कहा कि केवल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी वाली फोरेंसिक जांच ही लाखों युवा छात्रों के भविष्य की रक्षा कर सकती है. शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने दावा किया कि मोदी सरकार ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के माध्यम से 'NEET घोटाले को कवर करना' शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश से जुड़ी परीक्षा 'नीट-स्नातक' में कथित धांधली को लेकर शुक्रवार को इसे व्यापम 2.0’ करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर मूकदर्शक बने नहीं रह सकते. मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि इस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में फोरेंसिक जांच होनी चाहिए.

नीट परीक्षा परिणाम की सीबीआई जांच हेतु एनएसयूआई ने सौंपा ज्ञापन