उपमुख्यमंत्री साव ने बना ही ली रिकार्ड...
पहली बार विधायक बनते ही उपमुख्यमंत्री बने अरुण साव के नाम नई सरकार में एक ऐसा रिकार्ड जुड़ गया है जो अब पांच साल तो नहीं टूटने वाला है। संघ से सांसद और फिर प्रदेश अध्यक्ष बनकर सरकार बनाने के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी से वंचित रहने वाले अरुण साव पर वैसे तो आठ माह में जिस तरह के आरोप लगे हैं वह किसी भी नेता के लिए परेशानी का सबब हो सकता है लेकिन इस सबसे बेपरवाह उनकी कार्य शैली में कोई बदलाव नहीं होना आश्चर्य का विषय माना जा रहा है।
नगरिय निकायों में संविदा कर्मियों की भर्ती को लेकर आरोपों के बीच उन पर जल जीवन मिशन योजना का बँटाधार करने का आरोप भी लगने लगा है। धमतरी - बलोदा बाजार सहित कई जिलों में अनियमितता उजागर होने के बावजूद इंजीनियरों और ठेकेदारों को बचाने और अनकी करतूतों का मामला तो विधानसभा में भी गर्म रहा।
इधर उनके अमेरिका प्रेम को लेकर भी जबरदस्त चर्चा रहा । अमेरिका जाने वीजा क्लीयर कराने के चक्कर में वे तीन दिन दिल्ली में जमे रहे और जब वीजा क्लीयर नहीं हुआ तो थक हारकर लौट आये थे ।
लेकिन अब वीजा क्लीयर होते ही वे फिर जिस तेज़ी से दिल्ली कूच कर गये, उसे लेकर भी कम चर्चा नहीं है ।
वे इस दौरान जाने अनजाने में अनोखा रिकार्ड भी बना गये और यह रिकार्ड है नई सरकार में विदेश जाने वाले पहले मंत्री बन जाने का रिकॉर्ड…।