सोमवार, 20 अक्टूबर 2025

अदानी पॉवर ले बर्बाद होवत हे खेती…

 अदानी पॉवर ले बर्बाद होवत हे खेती… 

अइसे कोन राज के सरकार होही जेन ह अपने ही राज के आदमी मन नागरिक मन के शोषण के शिकार होवत देखत  चुपचाप रही। का ये दौर म पैसा सब कुछ हो गे हे,  25 बरस हो गे छत्तीसगढ़ राज बने चार चार झन मुख्यमंत्री बन गे लेकिन छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ी अउ छत्तीसगढ़िया मन के शोषण के कहानी रुके के नाम नहीं ले वत हे अइसे में आज हम आप मन ला वो घटना के जानकारी देवत हन जेन ला  सुन के आप मन चौक जहु, के  आखिर सरकार ह कईसे उद्योगपति मन के गोद में बैठ ज़थे।

 आखिर छत्तीसगढ़ में होत का हे, चलत का हे आज हम बात करत हन राजधानी ले 20 कोस दूर के गांव रायखेड़ा के खेती किसानी करने वाला छत्तीसगढ़ के।  यहू गांव के आदमी मनखेती किसानी में ही अपन जीवन जीयत रहीन  अचानक ये  गांव में उद्योगपति गौतम अडानी के फैक्ट्री लगत है पावर प्लांट लगत है और ये  पावर प्लांट अब रायखेड़ा नहीं आसपास के कई गांव के खेती ला बर्बाद करत हे कहूं तो गलत नहीं होही,  ये फैक्ट्री ले जे पानी निकलत हे, करिया पानी बीख करिया।  टेंपरेरी लाइन बना के नाली बना के रखे हैं और ये पानी ले खेती ह बर्बाद होवत हे,  पक्का नाली बनातीस तो पानी ह नईं रीसतीस लेकिन नाली के पानी ह रीस रीस के खेत में जाथे।  खेत करिया पड़त जात हे,  पानी ला छू नहीं सकस अउ ये पानी के सेती खेती बर्बाद है जमीन करिया पड़त जात हे, अउ  फसल में भी असर पड़त हे, अउ  लोग मन ला नवा नवा बीमारी घलो अंग्रेजी में स्किन वाला बीमारी दमा खांसी यह अलग कहानी है। इहां के आदमी मन ला कई बेर  होगे शासन ला प्रशासन ला चिट्ठी लिख के अपन पीड़ा बतात,  अपन समस्या बतात,  लेकिन सरकार यदि उद्योगपति के गोद में बइठे हे त फेर कारवाई कइसे होही, कईसे  रस्ता निकलही, ये जो नाली  के पानी ह पहली धनसुली नाला में जाथे, अउ धनसुली नाला पूरा नाला में जाके मिलथे, जेन रस्ता ले पानी गुजरत है वो पूरा क्षेत्र बर्बाद होवत हे,  खेती बर्बाद होवत जात हे,  गांव वाले मन खुल के बोले म डराथे,  अतिक वो फैक्ट्री के पावर है । पावर प्लांट के पावर है जनप्रतिनिधि बने बइठे विधायक हो चाहे सांसद हो ,  सरपंच मन हो गए यू म अपन मुंह में ताला लगा के रखे हैं। अइसे नहीं है कि छत्तीसगढ़ में अडानी के यह ताकत अउ ये पावर खाली रायखेड़ा में हसदेव ला कईसे भुला सकत हन।जीहां रातों रात रूख राही काटत है। उहां के जीव जंतु मन के जीना मुश्किल हो गेहे। लगातार हसदेव के किसान मन आदिवासी मन आंदोलन करत है आंदोलन बस्तर के किसान मन करत है 150 गांव के लोग मन आंदोलन करत हे तेखर सेती उहां खदान चालू नहीं हो पाए लेकिन हसदेव में सरकार विष्णु देव के आय के पहले यानी ज़इसे सुनीन की सरकार आवत है,  रुख राही मनमाने ढंग से काट आदिवासी मन ला पुलिस वाले मन से पिटवा के अउ कतकोंन झन ला  जेल में डाले गीस, वोला कईसे भुला सकत हन।

 राय खेड़ा में भी ऐ आंदोलन के जरूरत वहां के गांव वाले मन बतावत है किआंदोलन करे पड़ी और नेता मंत्री मन के घेराव करे पड़ी लेकिन  छत्तीसगढ़ मन के जीवनशैली वो मन कभी लड़ाई झंझट में नहीं पड़े ।