गुरुवार, 19 सितंबर 2024

तिरुपति प्रसादम् लड्‌डू में गाय की चर्बी हिन्दू‌वादियों की बोलती बंद हो गई...

 तिरुपति प्रसादम् लड्‌डू में गाय की चर्बी हिन्दू‌वादियों की बोलती बंद हो गई...


दुनिया के सबसे अमीर मंदिर माने जाने वाले तिरुपति स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद‌म लड्‌डू में गाय की चर्बी, मछली का तेल और अन्य जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल की पुष्टि हो जाने के बाद न तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का खून खौल रहा है और न ही हिन्दू‌वादी संगठनों की आस्था ही आहत हो रही है। 

यह आश्चर्यजनक स्थिति इसलिए बनी क्योंकि इस पूरे मामले में न तो कांग्रेस है और ही मुसलमान ।

दरअसल इस देश में हिन्दूवादियों का खून तभी खोलता है जब मुसलमान या कांग्रेस जुड़ा होता है वरना छोटे छोटे मासूम पहलवानों की छाती पर हाथ मारने वाला छिछोरा पहलवान बृजभूषण सिंह को पास्को एक्ट की धारा  हटवाने का मौका नहीं दिया जाता। और न ही उसके बेटे को बीजेपी टिकिट ही देती।

क्या है पूरा मामला हम बताये इससे इस देश में हिन्दुत्व के नाम पर पहले क्या चल रहा है। इस कहानी से समझने की कोशिश करते है

भेड़िये को मेमने को ख़ाना है

भेड़िया - मेमने तुम ने मुझे गाली दी 

मेमना - नहीं मैंने नहीं दी 

भेड़िया - फिर तुम्हारे बाप ने दी होगी 

मेमना - नहीं उसने भी नहीं दी 

भेड़िया - फिर तो तुम्हारे बाप के बाप ने दी होगी

मेमना - नहीं यह हो ही नहीं सकता 

भेड़िया- गाली तो दी है , साबित करों कि गाली नहीं दी है।

मेमना-कैसे साबित करूँ 

भेड़िया - साबित नहीं कर सकता ना ! तब तो गाली जरूर दी है और भेड़िया झपट कर मेमने को खा जाता है।

अच्छे दिन का नारा लगाते कट्टरपंथी जयघोष करते है संघ में ताकत है।अब, पशु आहार और दूध तथा दूध उत्पादों के परीक्षण पर केंद्रित एक निजी प्रयोगशाला एनडीडीबी कैल्फ की रिपोर्ट से पता चला है कि तिरुपति लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए गए घी के नमूनों में विदेशी वसा शामिल थी, जिसमें पाम ऑयल, मछली का तेल, बीफ टैलो और लार्ड (सूअर के वसा ऊतक को निकालकर प्राप्त किया गया) शामिल था। रिपोर्ट की प्रति सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने साझा की।

रेड्डी ने कहा, "नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि तिरुमाला को आपूर्ति किए गए घी को तैयार करने में गोमांस की चर्बी और पशु वसा तथा मछली के तेल का उपयोग किया गया था, तथा एस मान केवल 19.7 है।"


चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी इस मुद्दे को लेकर जगन मोहन रेड्डी सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है। मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी प्रशासन ने तिरुपति प्रसादम में घी के बजाय पशु वसा का इस्तेमाल किया।"

इस बीच, वाईएसआरसीपी ने नायडू के आरोप को "दुर्भावनापूर्ण" करार दिया और कहा कि टीडीपी सुप्रीमो "राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं"।

वाईएसआरसीपी नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्बा रेड्डी ने आरोप लगाया कि नायडू ने अपनी टिप्पणियों से पवित्र तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

सुब्बा रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "तिरुमाला प्रसादम के बारे में उनकी टिप्पणी बेहद दुर्भावनापूर्ण है। कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या ऐसे आरोप नहीं लगाएगा।"

आंध्र प्रदेश कांग्रेस समिति (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने सीबीआई जांच की मांग की ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या मिठाई बनाने में वास्तव में पशु वसा का इस्तेमाल किया गया था।

शर्मिला ने कहा कि नायडू के आरोपों से करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं जो भगवान वेंकटेश्वर को पूज्य देवता मानते हैं।

शर्मिला ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "तुरंत एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जाए या सीबीआई से जांच कराई जाए कि क्या घी की जगह पशु वसा का इस्तेमाल किया गया था।"


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