रामसागर पारा के राजू महराज ने गंज पुलिस द्वारा एफआईआर नहीं लिखने पर लिखित में आवेदन दिया है कि मनीष अग्रवाल द्वारा उन पर रिवाल्वर तान कर धमकाया गया। पुलिस आरोपी गिरफ्तार करने की बात तो दूर जुर्म दर्ज तक नहीं कर पाई है। प्रार्थी दहशत में है।
बताया जाता है कि किसी बात को लेकर राजू महराज और मनीष के बीच विवाद हुआ और इसी विवाद में मनीष ने रिवाल्वर तान कर जान से मारने की धमकी दी। बताया जाता है कि राजू महराज जब तक थाने पहुंचते उससे पहले दमदार मंत्री का फोन वहां आ गया और एफआईआर की बजाय लिखित में आवेदन मांग लिया गया। चूंकि राजू भी भाजपा से जुड़ा हा इसलिए इसे राजैतिक वजह भी माना जा रहा है दूसरी तरफ मनीष को पूर्व पार्षद के भाई का संरक्षण के अलावा मंत्री का भी संरक्षण प्राप्त है।
आपने छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता को जिस ढंग से सम्मानित करने का काम किया है उसके लिए आपका नाम राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भेजा जाना चाहिए।
जवाब देंहटाएंसमय निकालकर फार्म वगैरह भरें
आपको राष्ट्रपति से सम्मान जरूर मिलेगा
वाकई क्या कलमतोड़ लिखते हैं आप
आपको शुभकामनाएं
आता रहूंगा आपके ब्लाग पर। आपको पढ़कर नई पीढ़ी जरूर कुछ नया सीखेंगी.
@mohan
जवाब देंहटाएंअब तुम पहचाने जा चुके हो,
जब फ़र्जी कमेंट करना ही है
तो कम से कम पहचान छुपाना सीख लो।
कहो तो मैं तुम्हे फ़ोन करके भी
बता सकता हुं कि तुम कौन हो?