भटगांव में भाजपा का कब्जा बरकरार
भटगांव विधानसभा के उपचुनाव में प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बड़बोलापन कांग्रेस प्रत्याशी के लिए भारी पड़ा बताया जाता है कि श्री जोगी के 2010 में सरकार बनाने के दावा वाले बयान की वजह से कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली।
भटगांव विधानसभा के उपचुनाव में वैसे तो भाजपा ने रजनी त्रिपाठी को उतारकर पहले ही सहानुभूति वोट की तैयारी कर ली थी लेकिन कांग्रेस में एकजुटता के चलते भाजपा खेमे में बैचेनी छा गई थी। हालांकि भाजपा के चुनाव प्रभारी ने अपने कांग्रेसी समर्थकों के सहारे जीत हासिल करने में कोई कसर बाकी नहीं रखा था और कांग्रेसी भीतरघात के चक्कर में लगे रहे। इसी बीच अजीत जोगी का सरकार बनाने का दावा संबंधी बयान ने रही सकी कसर भी पूरी कर ली और टक्कर दे रही कांग्रेस इस बयान के बाद कोसो पीछे चली गई।
जोगी के इस बयान की कांग्रेसियों में जबरदस्त चर्चा रही और कहा जाता है कि यह बयान भीतरघात से भी खतरनाक साबित हुआ। जबकि इस बयान की तुलना कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी के उस बयान से की जाने लगी थी जिसमें श्री तिवारी ने अटल बिहारी वाजपेयी के पिता का नाम पूछ लिया था और धनेन्द्र साहू को खड़ाउ बताया था। बहरहाल श्रीमती रजनी त्रिपाठी की जीत से जहां रमन सिंह मजबूत हुए हैं वहीं कांग्रेसी खेमें में मायूसी बढ़ गई है।
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