मोदी 2035 तक गद्दी नहीं छोड़ना चाहते…
एक तरफ़ जब समूची मीडिया यह बताने में लगी है कि पचहत्तर की उम्र में आरएसएस उन्हें हटा देगी, शाह की ताजपोशी की तैयारी चल रही है तब लालक़िले के प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी का 2035 तक चाहता हूँ कहना किस बात का संकेत है…
हालाँकि लोगों को अक्सर यह कहते सुना जा सकता है कि यह आदमी लाल किले की प्राचीर से बोलने लायक नहीं है ! इनमे वह गरिमा और गंभीरता नहीं है, जिसकी अपेक्षा की जाती है ! इनकी भाषा चुनावी टोन से आगे नहीं जा पाती ! कोसना , कलपना चारित्रिक गुणों की तरह व्यक्तित्व में समाये हुए है। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि इन्होने आज देश दुनिया को एक सौ तीन मिनिट की यंत्रणा दी , काफी उबाऊ , थकाऊ टाइप का भाषण था , जिसका अंडर करंट दिमाग में चल रही चुनावी खब्त ( बिहार और फिर बंगाल ) को दर्शा रहा था। देश इनसे ट्रम्प का नाम सुनना चाहता था , चाइना का नाम सुनना चाहता था , वोट चोरी पर स्पस्टीकरण चाहता था लेकिन बड़े मियां पाकिस्तान से आगे नहीं निकल पाए।
क्षिक्षा , रोजगार , स्वास्थ वैसे भी कभी इनकी प्राथमिकता में नहीं रहे थे , इस बार भी नदारद थे ! हाँ बासी कड़ी में उबाल देने के लिए देश भक्ति थी और बताते है कि इनडायरेक्टली मुस्लिम भी थे।
राहुल रोजाना ही इनकी छाती पर मुंग दल रहे है , इनके पास जवाब नहीं है तो वह गुस्सा इनके चेहरे का स्थाई भाव बनता जा रहा है , अक्सर वाणी से भी प्रस्फुटित हो ही जाता है।
जुमले बे असर हो रहे है ! फेक्ट चेकर इनका मुंह खुलते ही सक्रिय हो रहे है , लगभग हर दांव उल्टा पड़ रहा है -शास्त्रों में इसे अंत की शुरुआत भी कहा जाता है !
भाषण में उस आरएसएस का ज़िक्र जिसका आज़ादी के आंदोलन की बजाय अंग्रेजों की तीमारदार और जासूसी पर ज़्यादा भरोसा था उनकी पश्चाताप की झलक कहा जाय तो ग़लत नहीं होगा लेकिन किसी भी बलिदानी का ज़िक्र किए स्वतंत्रता दिवस मनाना भी किसी दुर्भावना से कम नहीं माना जाना चाहिए ।
ऐसे में मोदी के भाषण का सबसे ख़ास बात यह है कि उनके द्वारा गद्दी नहीं छोड़ने का इंडायरेक्ट एलान है…
पीएम मोदी ने आज लाल किले के प्राचीर से कहा:
2035 तक देश के सभी महत्वपूर्ण स्थलों,सामरिक के साथ सिविलियन क्षेत्र और आस्था के केंद्र को टेक्नोलॉजी के नए प्लेटफॉर्म के जरिये पूरी तरह सुरक्षा का कवच दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले 10 साल 2035 तक इस राष्ट्रीय सुरक्षा कवच का विस्तार करना चाहता हूं....!!
इधर मीडिया में चल रहा था कि RSS इन्हें 75 साल पूरे होने के पहले हटा देगी, मोदी अपने प्यादे शाह को पीएम पद पर बिठाने वाले हैं आदि आदि। जबकि आज के भाषण से लग रहा है मोदी गद्दी छोड़ने वाले नहीं..(साभार)
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