शुक्रवार, 2 अगस्त 2024

नया बंगला वाले नेताम...

 नया बंगला वाले नेताम...


छत्तीसगर में डबल इंजन सरकार के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने आनन फानन में नये बंगले में शिफ्ट क्यों हो गए, उससे पहले यह जान लेना जरूरी है कि पुराने बंगले में चल रहे खेल का क्या हाल है? हालाँकि चर्चा तो यह भी रही कि रामविचार नेताम का काम न तो मंत्रालय से चलता था, न ही पुराने बंगले से। काम एश्वर्या के बंगले से चलता था और जब काम एश्वर्या से ही चलना है तब इससे क्या फ़र्क़ पड़ता है कि वे नये बंगले में रहे या पुराने में।

रामविचार नेताम अब भी उतने ही प्रभावशाली हैं जितने वे रमन राज में हुआ करते थे। आदिवासी एक्सप्रेस की बात को भूल भी जाये तब भी इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले को कोई कैसे भूल सकता है।

लेकिन डबल इंजन सरकार में उनका अपना तरीका है। वोल्वों का शौक़ रखने वाले रामविचार नेताम ने जब से कृषि विभाग संभाला है उनके चहेते राकेश अग्रवाल की ज़िम्मेदारी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। कृषि विभाग के सप्लायरों और ठेकेदारों के लोक लुभावन खेल से भले ही किसानों की लुटिया डूब जाये लेकिन अपने को चाँदी मिलना चाहिए । अब नकली, मिलावटी और बनावटी का खेल भी जनचर्चा का विषय बन गया है।

कहा जाता है कि जिस वजह से नया बंगला सबसे पहले हथियाया गया है उस उद्देश्य के भी पूरा होने में संशय के बादल उम‌ड़‌ने लगे हैं।तब एश्वर्या ही गुड-गाड…।

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