10 साल की सजा के बाद भी कार्यवाहक शाखा प्रबंधक
यदि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में आधे राय में शासन नहीं है तो शायद कम ही आंका है और जिस सरकार में 10 साल की सत्ता के बाद हाईकोर्ट से जमानत लेने वाले को कार्यवाहक शाखा प्रबंधक बना दिया जाए तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा।
हमारे भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक मामला धरसींवा सहकारी बैंक का है। जहां के कार्यवाहक शाखा प्रबंधक है केशवराम। जिन्हें सेल्समेन को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में निचली अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है और वे हाईकोर्ट से जमानत लेकर न केवल नौकरी कर रहे हैं। बल्कि एक ऐसे पद पर उन्हें बिठा दिया गया है जो शासन का महत्वपूर्ण विभाग है। जहां धान खरीदी से लेकर किसानों के हितों का निर्णय होता है। सरकार के इस रवैये को लेकर कई कहानी है जो समय समय पर खोजी जाएगी।
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