सोमवार, 6 सितंबर 2010

कैसी सरकार, कैसा न्याय

कैसी सरकार, कैसा न्याय
डॉ. आदिले को क्यों बचा रही है सरकार...
 सब कुछ आईने की तरह साफ है इसके बावजूद डॉ. आदिले पर सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। यह आश्चर्यजनक ही नहीं दुखद है। क्या आप लोगों ने ऐसे सरकार की कल्पना की थी या छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार अपराधियों की मददगार है। स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल भी खामोश है क्यों?
वैसे तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को ‘ढीला परसन’ का तमगा दिया गया है। बेलगाम अधिकारियों की काली करतूत से बेपरवाह छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री अपनी जेब गरम करने में लगे हैं। यही वजह है कि नियमों को ताक में रखकर अपनी बिटिया को मेडिकल कालेज में दाखिला करने वाले डॉ. आदिले के खिलाफ सरकार कार्रवाई करने से हिचक रही है।
डॉ. आदिले पर सिर्फ यही एक आरोप नहीं है इन दिनों वे सहायक प्राध्यापकों की भर्ती में किये गये अनियमितता की वजह से निलंबित है।
क्या ऐसे लोगों को स्वास्थ्य जैसे गंभीर विभागों में रखा जाना चाहिए। एक गलती को भूल कहा जाता है लेकिन जिस तरह के कारनामें इस सरकार के चलते स्वास्थ्य विभाग में हुए है वे सीधे आप लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ है बावजूद सरकार की इस ओर गंभीर नहीं होना भ्रष्टाचार में शामिल होने के संकेत देते हैं।
बताया जाता है कि आल इंडिया मेडिकल बोर्ड ने भी रिपोर्ट दे दी है कि डॉ. आदिले ने गलत ढंग से अपनी बेटी को जगदलपुर मेडिकल कालेज में प्रवेश कराया है अब मुख्यमंत्री निवास में पदस्थ किसी गुप्ता के रिश्तेदार को भी गलत ढंग से मेडिकल में प्रवेश का मामला चर्चा में है। कहा जाता है कि चूंकि इस मामले में मुख्यमंत्री निवास के आला अधिकारी भी कटघरे में है इसलिए डॉ. आदिले के खिलाफ कार्रवाई से सरकार बच रही है।
बहरहाल इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल की भी थू-थू होने लगी है और यही हाल रहा तो भाजपा की छवि पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा।

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