उपचुनाव- चार राज्य,आठ परिणाम…
चार राज्यों में हुए उपचुनाव के आज परिणाम जारी हुए, केरल, बंगाल, पंजाब और गुजरात के चुनाव परिणाम ने एक बार फिर बीजेपी की चूलें हिला दी.. तो दिल्ली हार चुकी आप पार्टी के लिए यह परिणाम ने उम्मीद की नई किरण को जन्म दिया है ऐसे में कांग्रेस के लिए यह परिणाम आत्म चिंतन का विषय भी है…
वैसे तो उपचुनाव के परिणाम का कोई ख़ास असर नहीं होता लेकिन एक संकेत तो उभरते ही है. । क्या है वह संकेत…
बंगाल में तृणमूल कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के तमाम प्रयासों के बावजूद मजबूती के साथ खड़ी है और भारतीय जनता पार्टी कोई विकल्प प्रस्तुत नहीं कर पाई है , सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की तमाम कोशिशें के बावजूद तृणमूल कांग्रेस मजबूत है, और ममता बनर्जी की स्थिति आज के परिणाम को देखते हुए आने वाले विधानसभा के आम चुनाव में बहुत मजबूत नजर आती है!
ठीक इसी तरह कांग्रेस के तमाम दावों के बावजूद पंजाब में आप ने लुधियाना पश्चिम सीट जीतकर अपनी स्थिति को मजबूत किया है और कांग्रेस को आत्म चिंतन पर मजबूर यह सही है कांग्रेस का उम्मीदवार अच्छा चुनाव लड़ा लेकिन कांग्रेस का जो जातिगत आधार रहता था उसे भाजपा के उम्मीदवार ने पूरी तरह डेंट किया है और ऐसे में कांग्रेस को वहां नए सिरे से अपने जातिगत समीकरण उलट पलट करने पड़ेंगे!
दरअसल पंजाब में कांग्रेस के नेतृत्व को जनता ने विकल्प के तौर पर स्वीकार नहीं किया है !
इसलिए सत्ता विरोधी माहौल होने के बावजूद भी आप परिणाम देने में सक्षम रही है!
केरल ऐसा उदाहरण है जहां कांग्रेस ने एलडीएफ की सत्ता के बावजूद अपना उम्मीदवार को जीता लाने में कामयाबी हासिल की है!
लेकिन चुकि ये विधानसभा प्रियंका गांधी की लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा थी इसलिए यह कांग्रेस के लिए ज्यादा बड़ी चुनौती थी ! लेकिन फिर भी केरल के विधानसभा चुनाव भी आने वाले हैं और कांग्रेस इस एक राज्य में और उम्मीद कर सकती है!
भाजपा यहां अपनी उपस्थिति भी दर्ज नहीं कर पाई है और यह उसके लिए शुभ संकेत नहीं है क्योंकि दक्षिण में अभी भी उसकी स्वीकार्यता नजर नहीं आ रही है!
लेकिन सबसे महत्वपूर्ण राज्य गुजरात था जहां राहुल गांधी ने काफी परिश्रम किया था और उम्मीद थी कांग्रेस कुछ बेहतर करेगी लेकिन राहुल गांधी का जो कार्यक्रम था या कोशिश थी वह जनता के बीच नहीं पहुंच पाई है, और सत्ता विरोधी माहौल होने के बावजूद कांग्रेस अपनी उपस्थिति भी दर्ज नहीं कर पाई,
गुजरात को लेकर कांग्रेस को आत्म चिंतन करना पड़ेगा!
लेकिन इसके विपरीत गुजरात की विसवादर सीट पर आप पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उपचुनाव के उम्मीदवार गोपाल इटालिया ने शानदार जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी को मोचक्का कर दिया है!
सत्ता विरोधी माहौल जो कांग्रेस ने तैयार किया था इसका लाभ गोपाल इटालिया को मिला है लेकिन कांग्रेस जमीन पर उस माहौल का लाभ नहीं ले पाई यह कांग्रेस के लिए आत्म चिंतन का विषय है!
कड़ी में भारतीय जनता पार्टी ने कंफर्टेबल जीत हासिल की लेकिन जिस तरह गुजरात के परिणाम आए हैं भाजपा के लिए चिंता का विषय है क्योंकि कहीं ना कहीं परिणाम सत्ता विरोधी माहौल को इंगित कर रहा है!
आप के लिए दिल्ली के बाद उपचुनाव के परिणाम उत्साह बढ़ाने वाले हैं और राष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर से केजरीवाल भी मुख्य भूमिका में अपने शिरकत निभाते नजर आ सकते हैं!
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