देश से आख़िर क्या छुपाया जा रहा है…
अचानक हुए युद्धविराम यानी सीजफ़ायर के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं
अदानी को लेकर
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के दुश्मन देश की तरह व्यवहार को लेकर
चीन के खुले आम पाकिस्तान के साथ खड़ा होने को लेकर
और अब तुर्की के ख़िलाफ़ हिन्दुवादियों और केट को लेकर
पिछले दिनों में चौंकाने वाली कई खबरें आई लेकिन एक चीन से एक अमेरिका से आई खबर ने हिला कर रख दिया ।चीन से खबर आई कि उसने उसके नक्शे मैं अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं बताया है चीन से ही दूसरी खबर आई कि अंबानी ने चीन की कंपनी के साथ एक करार किया जिसके बाद भारतीय विमान में बैठने वाले हर यात्री का जो बीमा होता है उसे वह कंपनी अंजाम देगी मतलब भारत से बैठने वाले जितने भी विमान यात्री हैं उसका डाटा हमेशा चीन के पास रहेगा सुरक्षा की दृष्टि से यह कितना उचित रहेगा यह आने वाले दिनों में परीक्षण का विषय होगा!
तीसरी खबर अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से आई जिसमें उन्होंने आईफोन बनाने वाली कंपनी के निदेशक टीम कुक को कहा कि भारत में आईफोन बनाना बंद करें क्योंकि भारत पर टैरिफ का बहुत बड़ा प्रभार लगने वाला है यह दरअसल भारत के संप्रभुता पर हमला है लेकिन क्या इतनी नैतिक ताकत है हमारी सरकार में की अमेरिका के इस कदम का कोई डिप्लोमेटिक विरोध कर सके!
इसी के साथ ही एक खबर यह भी रही कल अंबानी ने अरब के नवाब के साहबजादे के साथ किसी व्यापार की डील की !
बचे हुए राफेल के लिए फ्रांस से हिंदुस्तान की डील कैंसिल हो गई!
और भारत के एक और दुश्मन पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश को आज अंतरराष्ट्रीय मुद्रा निगम से अरबो रुपए का लोन दिया गया!
प्रमोद जैन के मुताबिक़ यह सारी खबरें सामान्य खबरें नहीं है!
1_किसी कंपनी को भारत में उद्योग न लगाने के लिए प्रेरित करना भारत के संप्रभुता के साथ एक खिलवाड़ है और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कभी इस तरह का वाकया सामने नहीं आया है अमेरिका का यह बयान निश्चित रूप से भारत की कूटनीति की अ सफलता का परिचायक है!
२_एक तरफ ट्रंप कहते हैं उनके कहने से युद्ध रोक दिया और दूसरी तरफ भारत के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है नमस्ते ट्रंप कहने वाली सरकार खामोश बैठी है!
3_दूसरी और सरकार के अत्यंत प्रिय उद्योगपति अंबानी जी अरब गए हैं, जब ट्रंप वहां है क्या ऑपरेशन सिंदूर का सौदा कर दिया गया है!
4_अंबानी ने तो बेशर्मी की हद कर दी एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल और इनका अनुसांगिक संगठन तुर्की और अजर बेजान की बाय काट की बात करते हैं दूसरी तरफ जिस चीन की मिसाइल ने पाकिस्तान को दुस्साहस करने का मौका दिया उसके साथ इसी सरकार के दत्तक पुत्र बीमा बीमा खेल रहे हैं!
यह कैसी कूटनीति है!
5_बचे हुए राफेल का सौदा कैंसिल कर शायद सरकार ने स्वीकार कर लिया है राफेल सेना के लिए उपयोगी नहीं है, राफेल का भ्रष्टाचार भारतीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है!
6_दक्षिण एशिया में पैर जमाने के लिए अमेरिका एक के बाद एक भारत विरोधी राष्ट्रों को एस्टेब्लिश करने की कोशिश कर रहा है बांग्लादेश इसका ताजा उदाहरण है!
एक कहावत है आक्रमण जब किया जाता है जब सामने वाला पक्ष सबसे कमजोर होता है क्या इस तथा कथित युद्ध विराम के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति कमजोर हुई है और कूटनीति अ सफल!
और आज भारत की तर्ज पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति शाहबाज शरीफ ने भी एक एयर बेस पर जाकर हजारों की जनसमूह के बीच में टैंक पर खड़े होकर पाकिस्तानी अवाम को अपना भाषण दिया जिसमें उन्होंने कहा हमने भारत का घमंड तोड़ दिया है अपने आप को बहुत संपन्न समझने वाली इंडियन आर्मी के राफेल और एस 400 विमान पाकिस्तान आर्मी की रक्षा नीति से ध्वस्त कर दिए ! इन खबरों की सच्चाई की पुष्टि सरकार और सेना ही कर सकती है , पर जिस तरह राफेल के बची हुई खरीद के सौदा निरस्त करने की खबर है उसे लगता है कहीं कोई झोल तो है!
तिरंगा यात्रा की तरह शीघ्र ही आप सुन लेंगे पाकिस्तान में भी उनके ध्वज के साथ यात्रा निकाली जा रही है क्योंकि पाक के प्रधान मंत्री और उनकी सेना का खेल कौन नहीं जानता…।
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